प्लाॅट का वास्तु शास्त्र | Plot Ka Vastu Shastra
प्लाॅट से संबंधित कुछ वास्तु सलाह-
वास्तु शास्त्रानुसार प्लाॅट बनवाते या खरीदते वक्त प्लाॅट का आकार और दिशा जैसी मुख्य बातों का ध्यान रखना चाहिए।
प्लाॅट बनवाते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए-
- शमशान भूमि या कूड़ा घर वाली जगह पर कभी भी घर नहीं बनाना चाहिए।
- गली के नुक्कड़ या कोने वाली जगह तथा चहल-पहल वाली जगह पर घर नहीं होना चाहिए। ऐसी जगह दुकान या घरेलू व्यवसाय के लिए बहुत अच्छी है।
- काँटेदार पेड़ों वाली जगह या प्लाॅट पर घर नहीं बनाना चाहिए।
- प्लाॅट खरीदते वक्त जमीन का ढ़लान, मिट्टी की किस्म आदि की तरफ ध्यान देना चाहिए तथा किसी अच्छे ज्योतिषी या वास्तु शास्त्री की सलाह लेने के बाद वहाँ घर बनाना चाहिए।
- मान्यतानुसार यदि घर के नजदीक मंदिर, मस्जिद या अन्य धार्मिक स्थल है तो यह बहुत ही अच्छा माना जाता है, लेकिन वास्तु शास्त्रानुसार यह सही नहीं है। इन स्थलों के पास के घरों में कभी शांति और सुख नहीं रहता है।
- प्रोफेसरों, शिक्षकों, पुजारियों, दार्शनिकों, विद्वानों आदि के लिए पूर्व दिशा में मुख वाला प्लाॅट बहुत ही अच्छा माना जाता है।
- प्लाॅट के दक्षिण भाग में किसी प्रकार का जल स्त्रोत जैसे नदी, नाला, नल, हेन्ड़पम्प आदि नहीं होना चाहिए।
- व्यापारी (बिजनस मैन) के लिए दक्षिण मुख वाला प्लाॅट बहुत ही शुभ माना जाता है। यह व्यापारी (बिजनस मैन) के व्यापार (बिजनस) को सफल बनाता है।
- सामाजिक कार्यकर्ता के लिए पश्चिम मुख वाला प्लाॅट बहुत ही शुभ होता है। यह सामाजिक कार्यकर्ता के सम्मान को बढ़ाता है।
- प्रशासनिक अधिकारी, सरकारी अधिकारी और राजनेता के लिए उत्तर मुख वाला प्लाॅट बहुत ही अच्छा होता है।
- ज्योतिष विद्यानुसार विदेशियों और मानसिक रोगियों से प्लाॅट नहीं खरीदना चाहिए।
- मान्यतानुसार किसी प्लाॅट के दक्षिण दिशा में नदी बहती है तो वह प्लाॅट नहीं खरीदना चाहिए।
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