रविदेव की आरती | Ravidev Ki Aarti
षटपद मन मुदकारी, हे दिनमणि दाता।
जग के हे रविदेव, जय जय जय रविदेव॥
प्रभु जय जय जय रविदेव…
जग के हे रविदेव, जय जय जय रविदेव॥
प्रभु जय जय जय रविदेव…
नभमंडल के वासी, तुम ज्योति देवा।
निज जन हित सुखरासी, तेरी हम सब सेवा॥
प्रभु जय जय जय रविदेव…
निज जन हित सुखरासी, तेरी हम सब सेवा॥
प्रभु जय जय जय रविदेव…
करते हैं रविदेव, जय जय जय रविदेव।
कनक बदन मन मोहित, रुचिर प्रभा प्यारी॥
प्रभु जय जय जय रविदेव…
कनक बदन मन मोहित, रुचिर प्रभा प्यारी॥
प्रभु जय जय जय रविदेव…
निज मंडल से मंडित, अजर अमर छविधारी।
हे सुरवर रविदेव, जय जय जय रविदेव॥
प्रभु जय जय जय रविदेव…
हे सुरवर रविदेव, जय जय जय रविदेव॥
प्रभु जय जय जय रविदेव…
जय जय जय रविदेव, प्रभु जय जय जय रविदेव।
रजनीपति मदहारी, शतदल जीवनदाता॥
प्रभु जय जय जय रविदेव…
रजनीपति मदहारी, शतदल जीवनदाता॥
प्रभु जय जय जय रविदेव…
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